क़ायदा मेरे शहर का?
धान के हरे खेतों का, आम के बगीचों का,
मंदिर के भव्य स्तम्भ का, अधिकारियों के दंभ का;
ज़मीन के ऊँचे भाव का, राजनीतिक दबाव का,
साम्भर के तीखे स्वाद का, टालीवूड डायलाग्स का;
कभी आओ इस ओर, तब चखाएँगे तुम्हें ज़ायक़ा मेरे शहर का।
चंद लफ़्ज़ों और तस्वीरों में कैसे बया करूँ,
क़ायदा मेरे शहर का?
फूलों की चटक का, सूरज की चमक का,
वादियों की ठंडक का, पंछियों की चहक़ का;
ठंड में गरम चाय का, धुआँ बनती सांस का,
दोस्तों संग उपहास का, हर्ष और उल्लास का;
कभी आओ इस ओर, तब चखाएँगे तुम्हें ज़ायक़ा मेरे शहर का।
क़ायदा मेरे शहर का?
करोड़ों सपनों का, लाखों नौकरियों का,
हज़ारों किताबों का, सैंकड़ों कोचिंगों का;
भागती मेट्रो का, भागते लोगों का,
मीडिया के नहलों का, नेताओं के दहलों का;
कभी आओ इसे ओर, तब चखाएँगे तुम्हें, ज़ायक़ा मेरे शहर का।
क़ायदा मेरे शहर का?
माँ की दाल-रोटी का, पापा की ख़ास बेटी का,
कपास की गठान का, अपने पहले मकान का,
कुंदा की लहरों का, नवग्रह के मेलों का,
गलियों के अपनेपन का, बरसों के पिछड़ेपन का।
कभी आओ इस ओर, तब चखाएँगे तुम्हें, ज़ायक़ा मेरे शहर का।
Fan ho gye ji apke🤗🤗
ReplyDeleteKiski fan ji
DeleteGreat writing Mam!!
ReplyDelete👌👌
ReplyDeleteAwesome
ReplyDeleteSuperbb
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ReplyDeleteBut aap to chale Gaye telagana Mp is great mam
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ReplyDeleteAmazing words ma'am.
ReplyDeleteI too started writing a blog .
https://thethoughtopediaa.blogspot.com/
Beautiful line ma'am
ReplyDeleteDirectly hits on heart
हाँ मानते हैं कि नहीं बयाँ हो सकता
ReplyDeleteचंद लफ़्ज़ो में कायदा तुम्हारे शहर का
और हम बयाँ नहीं कर सकते चंद लफ़्ज़ो में
तुम्हारी खूबसूरती के कहर का
मिल जाता है ढुड़ने से शहद जैसा बहुत कुछ
मगर मिलता नहीं बचने का कोई उपाय
तुम्हारे दिये हुए ज़हर का
Need more ma'am 😊
ReplyDeleteTruly inspiring mam! Please guide me regarding philosophy optional mam! I want to know the sources and how to Learn through them!
ReplyDelete💕💕💕
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